इस ब्लॉग के माध्यम से मैं डॉ. माधुरी मनुराज बड़थ्वाल सबसे पहले गढ़वाली लोकगीतों को विश्वस्तर पर सिखाने का प्रयास करुँगी,जिससे न केवल भारत में रहने वाले बल्कि प्रवासी भारतीयों को भी अपनी लोक संस्कृति से अवगत होने एवं सीखने का मौका मिल पायेगा ! मेरा प्रयास रहेगा की मैं लिखित ,वीडियो और स्वरलिपि के माध्यम से जन जन तक अपने द्वारा की हुई शोध का सरल एवं वैज्ञानिक ढंग से अवलोकन करा पाऊँ ! मुझे आशा रहेगी की आप सभी संस्कृति प्रेमियों का मुझे परस्पर सहयोग प्राप्त होता रहेगा, जय हिन्द !
क्रमशः............
क्रमशः............